ग्रहों की चाल में परिवर्तन के कारण अशांत जीवन शुरू हो जाता है। यदि यह परिवर्तन किसी भी राशि के लिए शुभ हो तो किसी भी राशि के लोगों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
कल, शनिवार 2 अक्टूबर 2021 को दो महत्वपूर्ण ग्रहों की चाल में परिवर्तन होने जा रहा है।
शुक्र का वृश्चिक राशि में सामान्य गोचर होगा, जबकि वक्री बुध का कन्या राशि में गोचर होगा। यह परिवर्तन मेष, वृष, मिथुन और कर्क सहित सभी 12 राशियों को प्रभावित करता है। religion news story 2 october 2021 rashi parivartan shukra transit in vrishchik budh vakri effect on zodiac signs hindi news
शुक्र वृश्चिक राशि में 23 दिनों तक रहेगा
ज्योतिषी डॉ. अरविंद मिश्रा के अनुसार एक दिन में दो महत्वपूर्ण ग्रहों की चाल में इस बदलाव का लोगों के जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
शुक्र 2 अक्टूबर 2021 को सुबह 9:35 बजे वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। पौराणिक कथाओं में शुक्र को दानव गुरु के रूप में वर्णित किया गया है। उनका लोकप्रिय नाम शुक्राचार्य है। दैत्य गुरु शुक्राचार्य भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। शुक्र का गोचर काल लगभग 23 दिनों का होगा।
12 घरों में अलग-अलग प्रभाव
वहीं बुध 2 अक्टूबर 2021 को दोपहर 3:23 बजे वक्री अवस्था में कन्या राशि में पहुंचेगा।
1 अक्टूबर 2021 को बुध कन्या राशि में रहेगा। बुधवार 2 नवंबर 2021 को सुबह 9:43 बजे तुला राशि में प्रवेश करेंगे। बुद्ध की माता तारा और पिता चंद्र हैं। पीछे की ओर देखें तो सभी 12 भावों पर बुध के गोचर का अलग-अलग प्रभाव पड़ता है।
ज्योतिष के अनुसार दूसरे, चौथे, छठे, आठवें, दसवें और एकादश भाव में यह शुभ फल देता है, सिवाय इसके कि अन्य सभी भावों में परिणाम सामान्य या हानिकारक हो सकता है।
इन राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ेगा।
दोनों ग्रहों की चाल में यह परिवर्तन वृश्चिक, धनु और कुंभ राशि के लोगों के लिए अनुकूल रहेगा, जबकि मेष, वृष और मीन राशि के लोगों के लिए यह परिवर्तन बहुत अच्छा नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर इस परिवर्तन का अन्य राशियों के लोगों पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है।