एजेंसी। नवरात्रि में महा अष्टमी और महानवमी तिथियों का विशेष महत्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां का यह रूप भक्तों को पूर्णता प्रदान करता है।
नवमी तिथि को घटस्थापना यानी नवरात्रि का मुख्य दिन माना जाता है। नवमी के दिन मां को प्रसन्न करने के लिए अनुष्ठान किए जाते हैं। नवमी के दिन कन्या पूजन करना शुभ माना जाता है। यहां हम कन्या पूजा का शुभ मुहूर्त और कन्या पूजन की विधि बता रहे हैं। religion festivals navratri maha navami kanya pujan timing shubh muhurta vidhi rules
कन्या पूजन (नौवीं तिथि) का शुभ मुहूर्त 13 अक्टूबर को रात 8 बजकर 7 मिनट से 14 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगा. नवमी के दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त प्रातः 11:43 से दोपहर 12:30 बजे तक शुभ मुहूर्त में रहेगा. इसके अलावा अमृत काल और ब्रह्म मुहूर्त में भी पूजा करना शुभ होता है।
कन्या पूजन विधि
नवमी कन्या पूजन विधि) कन्या राशि वालों का स्वागत पूरे परिवार के साथ फूलों से करना चाहिए। नए किले के सभी नौ नामों का जाप करना चाहिए। लड़कियों को आरामदायक और साफ जगह पर रखें और दूध से भरे कंटेनर में हाथ-पैर धो लें।
फिर चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके बाद सिर पर अक्षत, फूल और कुमकुम लगाएं। फिर मां भगवती का ध्यान कर इन देवी-देवताओं को उनकी इच्छानुसार भोजन कराएं।
भोजन के बाद दक्षिणा और कन्या को उनकी क्षमता के अनुसार उपहार दें और उनके चरण स्पर्श करें और आशीर्वाद प्राप्त करें। हलुवा पुरी को कन्या पूजा के लिए विशेष प्रसाद माना जाता है।