Kuwaiti Nepali Girls held them hostage and sexually exploited : खुलासा हुआ है कि पति विदेश में रोजगार के लिए लड़कियों को नेपाल से कतर भेजता है, और पत्नी उन्हें कतर में बेच देती है । मामला तब सामने आया जब मानव तस्करी जांच ब्यूरो की टीम ने सिंधुपालचोक के जुगल ग्रामीण नगर पालिका-3 के 32 वर्षीय नगेमा लामा को गिरफ्तार कर जांच की। ब्यूरो एसपी और प्रवक्ता गौतम मिश्रा के मुताबिक, खुलासा हुआ है कि कतर भेजने के लिए फर्जी दस्तावेज भी बनाए जा रहे हैं । ब्यूरो ने दावा किया कि नगेमा ने अपनी पत्नी को कुवैत में अच्छी नौकरी और 50,000 रुपये की मासिक आय का लालच देकर कतर भेजा।
इस तरह पता चला है कि नगेमा ने 5 अक्टूबर 2080 को एक महिला को क्लीनर के तौर पर वर्किंग वीजा पर 95,000 रुपये में कतर भेजा था । मिश्रा ने कहा कि यह पाया गया कि नगेमा की पत्नी ने कतर में हवाई अड्डे पर महिला को प्राप्त किया और उसे 5 लाख रुपये में एक कुवैती नागरिक के घर बेच दिया । ब्यूरो के अनुसार, यह पाया गया कि कुवैती नागरिकों ने बंधक बनाकर घरेलू नौकर के रूप में रखा गया, वेतन भी नहीं दिया गया और उनका यौन शोषण किया गया। 3 महीने बाद महिला वहां से भाग निकली और कुवैत स्थित नेपाली दूतावास पहुंच गई।
हालांकि, एजेंट के कार्यालय ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह अपनी मर्जी से घर से भाग गया है। पुलिस में शिकायत दर्ज करने के बाद, उसे 3 दिन जेल में बिताने पड़े और 57,000 नेपाली रुपये का भुगतान करने के बाद रिहा कर दिया गया। जेल से छूटने के बाद वह दूतावास द्वारा बनवाए गए यात्रा दस्तावेज के साथ 29 जनवरी 2080 को नेपाल आईं। इसके बाद दी गई शिकायत के आधार पर नगेमा को मानव तस्करी के अपराध में 5 दिन की समय सीमा के साथ गिरफ्तार कर लिया गया और जांच शुरू की गई।