1. मारिजुआना (गांजा) के बीजों का आधा चम्मच या पत्तों का चूर्ण सप्ताह में दो बार गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से गठिया, मूत्र मार्ग दोष आदि दूर हो जाते हैं, तंत्रिका तंत्र को गर्माहट मिलती है और श्वसन क्रिया तेज हो जाती है। Such is the medicinal importance of Gorakh Marijuana (Ganja)

Such is the medicinal importance of Gorakh Marijuana Ganja

2. चूंकि इसमें प्रतिरोधक क्षमता होती है, इसलिए यह जल्दी स्वास्थ्य लाभ देता है।

3. यूरिक एसिड, गठिया, गठिया, लकवा, पिनास गैस्ट्रिक आदि को दूर करता है।

4. यदि रोग पुराना है तो इसका प्रयोग 5-7 सप्ताह तक करना चाहिए। इसके बीजों या पत्तों को पानी में स्नान करने या स्नान करने या सरसों के तेल में पकाने से सभी प्रकार के दर्द दूर हो जाते हैं। आभार: ‘अवर हाउस डॉक्टर’ पुस्तक से

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