वह राकेश हैं।

वह बड़े शहरों में से एक में एक छोटे से पुराने किताबों की दुकान का मालिक है। जहां से करीब 10 रुपये में कोई भी किताब किराए पर ली जा सकती है और पढ़ी जा सकती है।

जब हमने उनसे पूछा, क्या यही तुम्हारी रोजी-रोटी है? तब राकेश कहते हैं कि इस दुनिया में लोग पैसा इसलिए कमाते हैं ताकि वे अपने शौक पूरे कर सकें। Must read, share this short story dedicated to the new generation

Book

मेरा शौक पढ़ना है। वह शौक बिना पैसे के पूरा हो रहा है। इसके अलावा कुछ पैसे अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए भी आ रहे हैं।

इसलिए मैं इससे संतुष्ट हूं। यह नई पीढ़ी को समर्पित एक लघुकथा है, जिसे अपने करियर को उलटने, सपने देखने और सब कुछ खत्म हो जाने जैसे गलत निर्णय लेने की आवश्यकता नहीं होगी। सभी के साथ साझा करें।

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